विभिन्न तरह कि दुर्घटनाओं के शिकार होते भेड़िए
भारत में भेड़िए राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, उड़ीसा, उत्तरप्रदेश ,महाराष्ट्र आदि राज्यों में पाए जाते हैं.
राजस्थान में भेड़िए ग्रामीण इलाकों में बहुतायत में देखे जा सकते हैं।
भेड़िए झुण्ड में रहकर अपना शिकार करना पसंद करते हैं। इनका शिकार मुख्य रूप से बकरी, भेड़, गाय के छोटे बछड़े, खरगोश, सूअर व अन्य छोटे जीव होते हैं.
राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में भेड़िए पशुपालकों के लिए एक बहुत बड़ी समस्या बना हुआ हैं. ग्रामीण पशुपालकों को आए दिन पालतू जानवरों के शिकार का सामना करना पड़ता हैं.
भेड़िए अक्सर रात्रि के समय में शिकार करना पसंद करते हैं । भेड़िया कुत्ते प्रजाति का श्रेष्ठ शिकारी व मांसभक्षी प्राणी है ।
भेड़िया जिस इलाकों में विचरण करते हैं वहां के श्रेष्ठ शिकारी होते हैं , इन्हे अपने इलाकों में मानव, बाघ, चीता, तेंदुआ के अलावा अन्य किसी से कोई खौफ नहीं होता है.
लेकिन जब से राजस्थान के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में जैसे जैसे विकास हो रहा है वैसे वैसे इस सामाजिक प्राणी के समुदाय को संकट का सामना करना पड़ रहा है.
राजस्थान में हुई वर्ष 2016 कि गणना रिपोर्ट के मुताबिक दौसा, चूरू बीकानेर, माउंट आबू सहित अन्य 6 स्थानों पर एक भी भेड़िया देखने को नहीं मिला था.
जिन सबका कारण इस प्रजाति को बढ़ाने व संरक्षित करने के लिए कोई गंभीर प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ आए दिन यातायात वाहनों कि चपेट में आकर भेड़िए सहित कई अन्य जानवरों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता हैं.
ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण भेड़ियों के द्वारा पालतु पशुओं के लगातार शिकार करने कि समस्या से निपटने के लिए कभी कभी इन्हे मौत के घाट उतार दिया जाता है.
जिससे पिछले कुछ सालों में इनकी संख्या लगातार कमी आई है.
भारत में लगभग 3000 के आसपास भेड़िए होने का अनुमान है. भेड़िए का क्षेत्र मानव इलाकों से थोड़े दूर खाली जगहों में होता है. जंगलों कि अपेक्षा ये ग्रामीण क्षेत्रों में रहना पसंद करते हैं.
जिसके कारण इस प्रजाति पर वन विभाग कि ज्यादा ध्यान आकर्षित नहीं होता है. और वन विभाग स्पष्ट अनुमान नहीं लगा पाता है.
वैसे इस संकटग्रस्त प्राणी को वर्तमान में संरक्षण कि बेहद आवश्यकता है. साथ ही विभिन्न हाईवे पर रोजाना अलग अलग प्रकार के जीवों कि दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों पर भी सरकार व वन विभाग को विचार करने कि आवश्यकता है.
Uma Shankar ✍️
Tags : rajasthan Ranthambhore national park Wild Animals Wolf
om sai
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- om sai
- Februari 24, 1995
- Ranathambore National Park Rajasthan, SWM 322001
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